रिश्ते बनाने के लिए 5 जीवनसहायक उपाय जो व्यक्तिगत समझ पर आधारित हैं:
1. सक्रिय श्रवण का अभ्यास करें
किसी भी संबंध में विश्वास और समझ बनाने की कुंजी सक्रिय श्रवण है। सक्रिय श्रवण के लिए इन टिप्स को आजमाएं:
– अपने पार्टनर को बात करते समय उनका पूरा ध्यान दें।
– आंखों से जुड़ें, लेकिन अति गहराई में न लगें।
– “उह्ह, मुझे समझ आया” जैसी भाषा का उपयोग करके अपने सहभागिता दर्शाएं।
– अपनी बात सुनने वाले पर अपने शब्दों में उनकी बात को पुनः वर्णित करें।
– उन्हें अधिक शेयर करने के लिए खुले अंदाज की प्रश्न पूछें।
2. भावनात्मक बुद्धिमत्ता का प्रदर्शन करें
भावनात्मक बुद्धिमत्ता यह है कि आप अपने और दूसरों के भावों को समझ सकें, साथ ही उनको नियंत्रित भी कर सकें। भावनात्मक बुद्धिमत्ता दिखाने के लिए इन टिप्स आजमाएं:
– खुद के अपने भावों और व्यवहार पर ध्यान दें।
– अपने पार्टनर के भावों को पहचानने और उनकी मान्यता करना।
– उनसे दृष्टिकोण साझा करें और उनके हिसाब से सोचें।
– अपने व्यवहार के पैटर्न पर ध्यान दें।
3. अपनी जरूरतों को स्पष्ट रूप से व्यक्त करें
संबंध में आपसी समझ बनाना आवश्यक है। इन टिप्स आजमाएं:
– जैसे “मुझे घरेलू कार्यों में मदद चाहिए” ताकि अपनी जरूरतों को स्पष्ट रूप से व्यक्त करें।
– खुद पर दोष लगाने या तंग आबंदी करने के बजाय ‘मैं’ के शब्दों का उपयोग करें।
– शायद ही कोई जजमेंटल बात कहें, लेकिन अपने विचार, भावनाएं और अनुभव साझा करें।
– यदि आपको कुछ समझ में न आए तो, उनकी पुष्टि करने के लिए पूछें।
4. संवेदनशीलता का अभ्यास करें
संवेदनशीलता यह है कि आप खुले, ईमानदार और वास्तविक अपने पार्टनर के साथ। इन टिप्स आजमाएं:
– अपने डर, संदेह और कमजोरियां साझा करना।
– गलती को मानें या अनिश्चितता पर हस्तक्षेप करना।
– शारीरिक प्यार जैसे हाथ पकड़ना या आलिंगन करते रहना।
– अपने पार्टनर की प्रतिक्रिया और सुझाव को सहयोग दें।
5. ध्यान केंद्रित करें
ध्यान एक ऐसी विधि है जिसमें आप समय और भावनाओं को समझते हुए अपने पार्टनर के साथ सकारात्मक रिश्ता बनाए। इन टिप्स आजमाएं:
– समय बिताते समय मोबाइल फ़ोन, टीवी जैसे व्यवधानों को हटा दें।
– अतीत और भविष्य की चिंताओं से मुक्त होकर वर्तमान क्षण पर ध्यान दें।
याद रखें, संबंध बनाना आपसी समझ पर आधारित है, जिसमें समय, प्रयास और दोनों पक्षों को वचनबद्ध रहने की आवश्यकता है।