दिनचर्या के उतार-चढ़ाव! यहाँ 5 जीवनहैक हैं जो आपकी संभावित परेशानियों का सामना करने में मदद करते हैं:
1. पूर्व, दौरान और पश्चात् आत्मसात्त्व करें
पूर्व:
– समय लें तनाव कम करें, व्यायाम या ऐसी चीज़ जो आपको आनंदित करती है।
– अपने साथ में सहयोग करें, और यह दिमाग दें कि तारीख नहीं चली या कैसे चली।
– -दौरान:
– उपस्थित रहें और बातचीत पर ध्यान केंद्रित रखें।
– यदि आप असहज या अनिश्चित महसूस करते हैं, तो अपने विवेक और सौम्यता के साथ खुद को निकालें (उ.दा. “मुझे पेशाब करने जाना है।”)
– -पश्चात्:
+ भावनाओं को संसाधित करें, चाहे वह उत्साह, असंतुष्टि या अन्याय।
+ शारीरिक आवश्यकताओं पर ध्यान दें: अच्छी तरह खाएं, ठीक से सोएं और आत्मसात्त्व को प्राथमिकता दें।
2. स्पष्ट और सशक्त रूप से संवाद करें
पूर्णतः और ईमानदारी के रूप में अपनी अपेक्षाएँ, बंदिशें, और इच्छाओं को बताएं। यह विचारधारा भेदभाव और दूसरे व्यक्ति के समय और भावनाओं का सम्मान करता है।
उदाहरण:
– यदि आपको एक और तारीख पर रुचि नहीं है, तो कहें “आपकी आमंत्रित करने के लिए धन्यवाद! मुझे लगता है कि हम एक अच्छी तरह से बात नहीं करते।”
– यदि आप धीरे-धीरे या समय के साथ विकसित करने पर इच्छुक हैं, तो अपने सीमाओं को स्पष्ट रूप से बताएं: “मुझे आपको जानना पसंद है लेकिन मैं धीरे-धीरे आगे बढ़ना चाहती हूं। क्या हम एक समय पर बातचीत कर सकते हैं?”
3. अति-विचार न करें
एक तारीख को अनुभव करने के दौरान अतिरिक्त सोच न करें, खासकर यदि यह पूर्व नियोजित नहीं गया था। इससे हो सकती हैं:
– नकारात्मक आत्म-चर्चा और आत्मसम्मान कमजोर
– अनावश्यक तनाव और चिंता
– असंभावित अपेक्षाएँ
भलाई:
– परिस्थितियों के संबंध में रखना: एक खराब तारीख आपकी गुणवत्ता नहीं निर्धारित करती है।
+ अनुभव से शिक्षा और ज्ञान प्राप्त करने पर ध्यान दें, न कि विचार को गलत तरीके से ठहराएं।
4. खुले में रहें और लचीलापन दिखाएँ
तारीफ़ एक अन्वेषण प्रक्रिया है, जिसमें आपकी अपनी या दूसरों की। खुली और लचीलापूर्ण रहें:
– दूसरे व्यक्ति की दृष्टिकोण पर विचार करें।
– निर्णय सूचित करने के आधार पर पहली प्रतिष्ठापन के आधार पर किसी को अस्वीकृत करना न छोड़ें।
– समय के साथ वृद्धि और परिवर्तन के लिए दूसरों को मौका दें।
5. विकासात्मक दृष्टिकोण प्राप्त करें
तारीख को एक अवसर के रूप में देखें, जिसमें सीखना, बढ़ना, और बेहतर बनना। अपनी व्यक्तित्व, आत्मज्ञान, और संवाद कौशलों का विकास पर ध्यान देने पर ध्यान दें:
– सक्रिय श्रवण का अभ्यास करें।
– अनुभवों (सफलताओं और असफलताओं) से ज्ञान प्राप्त करना।
– अनिश्चितता की उपस्थिति में चिकित्सकीयता और अनुकूलनशीलता प्रदर्शित करें।
याद रखें, तारीफ़ में परेशानियों को सामना करने के लिए सहनशीलता, दयालुता, और आत्म ज्ञान की आवश्यकता है। इन जीवनहैक्स का पालन करके, आप अपने विचारों, भावनाओं, और गुणवत्ता में मजबूती, और अधिक अनुकूलनीय मानसिकता विकसित कर सकते हैं!